Bas ae waqt kisi ka zabt aur bepanah sabr bhi tumhari khushiyo ki
Raah me bhari rukawat ban jata hai
ज़रूरी नहीं कि किसी की आह या बद्दुआ ही तुम्हारा पीछा कर रही हो
बाज़ ऐ वक़्त किसी का ज़ब्त और बेपनाह सब्र भी तुम्हारी खुशियों की राह में भारी रुकावट बन जाता है !
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